
वोडाफोन आइडिया (Vi) पर दिए गए हैं:
1. धन उगाहना और वित्तीय अपडेट
₹18,000 करोड़ का FPO सफलतापूर्वक पूरा हुआ (अप्रैल 2024):
वोडाफोन आइडिया के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया, जिसमें GQG पार्टनर्स, फिडेलिटी और घरेलू म्यूचुअल फंड जैसे प्रमुख निवेशक शामिल हुए। इस फंड का इस्तेमाल 5G रोलआउट और इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार के लिए किया जाएगा।
प्रोमोटर से ₹2,075 करोड़ का निवेश (मई 2024):
आदित्य बिड़ला समूह और वोडाफोन समूह ने अतिरिक्त इक्विटी डाली, जिससे कर्ज चुकाने से पहले Vi की बैलेंस शीट मजबूत हुई।
2. 5G रोलआउट योजनाएँ
Vi की योजना 2025 के अंत तक प्रमुख शहरों में 5G सेवाएँ शुरू करने की है, जिसमें मेट्रो और उच्च-राजस्व वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
कंपनी ने नेटवर्क अपग्रेड के लिए सैमसंग और नोकिया के साथ साझेदारी की है।
3. टैरिफ में बढ़ोतरी और सब्सक्राइबर बेस
2024 में प्रीपेड टैरिफ में बढ़ोतरी की उम्मीद: Vi अपने प्रतिस्पर्धियों एयरटेल और जियो के बाद कीमतों में 10-15% की बढ़ोतरी कर सकता है।
सब्सक्राइबर लॉस में कमी: मार्च 2024 में Vi ने 1.1 मिलियन यूजर खो दिए (12 महीनों में सबसे कम), जो स्थिरता के संकेत दिखा रहा है।
4. सरकारी सहायता और AGR बकाया
AGR बकाया पर स्थगन 2025 में समाप्त होता है: Vi को FY26 से स्थगित AGR बकाया में ~₹43,000 करोड़ का भुगतान करना शुरू करना है।
सरकार द्वारा इक्विटी रूपांतरण: ब्याज बकाया को इक्विटी में बदलने के बाद भारत सरकार के पास Vi में 33% हिस्सेदारी है।
5. स्टॉक प्रदर्शन (NSE: IDEA)
हालिया उछाल: फंड जुटाने की आशावाद के कारण 2024 में Vi के शेयर की कीमत ~60% बढ़ी।
चुनौतियाँ बनी हुई हैं: उच्च ऋण (~ 2.1 लाख करोड़ रुपये) और जियो/एयरटेल से प्रतिस्पर्धा जारी है।
[Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।]